Dairy Farm Business Loan 2025: ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन एक लाभदायक व्यवसाय है, लेकिन शुरुआती पूंजी की कमी से कई किसान पीछे रह जाते हैं। अच्छी खबर! सरकार की डेयरी फार्म बिजनेस लोन योजना 2025 के तहत NABARD और बैंकों से 10 लाख तक लोन मिल रहा है, साथ में 25-33% सब्सिडी। ये योजना छोटे डेयरी फार्म शुरू करने या विस्तार के लिए है। अगर आप गाय-भैंस पालना चाहते हैं, तो ये आपके लिए सुनहरा मौका है। आइए, पात्रता, ब्याज दर, आवेदन प्रक्रिया और फायदों को सरल भाषा में समझते हैं!
डेयरी फार्म बिजनेस लोन योजना क्या है?
डेयरी फार्म बिजनेस लोन योजना पशुपालन एवं डेयरी विभाग (DAHD) और NABARD द्वारा संचालित है। मुख्य स्कीम डेयरी एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट स्कीम (DEDS) है, जो 2010 से चल रही है। इसका उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार देना, दूध उत्पादन बढ़ाना और आधुनिक तकनीक अपनाना है। 2025 में योजना के तहत छोटे डेयरी यूनिट (2-10 पशु) के लिए सब्सिडी और लोन उपलब्ध है। बैंक जैसे SBI, Bank of Baroda और Central Bank of India लोन देते हैं। सब्सिडी 25% (SC/ST के लिए 33%) तक, अधिकतम ₹1.20 लाख। लोन बिना गारंटी (कुछ मामलों में) मिलता है।
पात्रता मानदंड
कौन आवेदन कर सकता है? शर्तें सरल हैं:
- भारत का नागरिक होना जरूरी।
- उम्र: 18 साल से ऊपर।
- अच्छा क्रेडिट स्कोर (कम से कम 700) और कोई पुराना डिफॉल्ट न हो।
- पशुपालन का अनुभव या ट्रेनिंग प्रमाण पत्र।
- बैंक खाता पहले से खुला हो (कम से कम 6 महीने पुराना)।
- व्यक्तिगत, SHG, JLG, NGO, कोऑपरेटिव सोसाइटी या FPO पात्र।
- SC/ST, महिलाओं और ग्रामीण युवाओं को प्राथमिकता।
बड़े फार्म के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट जरूरी।
लोन सीमा और ब्याज दर
लोन की सीमा जरूरत पर निर्भर:
- न्यूनतम: ₹25,000 (छोटे यूनिट के लिए)।
- अधिकतम: ₹10 लाख (व्यक्तिगत), ₹50 लाख (ग्रुप)।
- DEDS के तहत 2-10 पशुओं के लिए ₹1-2 लाख तक। बड़े प्रोजेक्ट में 50 लाख तक संभव।
ब्याज दर: 7% से 15% वार्षिक (बैंक पर निर्भर)। NABARD रिफाइनेंस से कम ब्याज। भुगतान अवधि: 5-7 साल, ग्रेस पीरियड 6-12 महीने।
योजना की विशेषताएं
- सब्सिडी: 25% आउटले पर (SC/ST के लिए 33%), अधिकतम ₹1.20 लाख (20 बछड़ों के लिए)।
- बिना गारंटी: ₹1 लाख तक कोलेटरल फ्री।
- उद्देश्य: पशु खरीद, शेड निर्माण, उपकरण (मिल्किंग मशीन, चाफ कटर)।
- ट्रेनिंग: NABARD से फ्री ट्रेनिंग।
- रिपेमेंट: EMI में, लोन चुकाने पर सब्सिडी एडजस्ट।
- अन्य: AHIDF स्कीम से 50% तक सब्सिडी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए।
ये विशेषताएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाती हैं।
फायदे
- आर्थिक: कम ब्याज से सस्ता लोन, सब्सिडी से 30% तक बचत।
- रोजगार: 1-2 लाख मासिक कमाई संभव (10 पशुओं से)।
- विकास: आधुनिक फार्म से दूध उत्पादन बढ़े, बाजार लिंकेज।
- समावेशी: महिलाओं/SHG को प्राथमिकता, ग्रामीण विकास।
- ROI: 20-25% रिटर्न, NABARD के अनुसार।
आवेदन प्रक्रिया
आवेदन ऑफलाइन/ऑनलाइन:
- प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करें: NABARD टेम्प्लेट यूज करें (dahd.gov.in से डाउनलोड)।
- बैंक चुनें: SBI, Bank of Baroda या लोकल RRBs।
- ऑनलाइन: e-Mudra.sbi.co.in या bankofbaroda.in पर अप्लाई।
- दस्तावेज जमा: आधार, PAN, आय प्रमाण, लैंड डॉक्यूमेंट, प्रोजेक्ट रिपोर्ट।
- सर्वे: बैंक/नाबार्ड सर्वे करेगा।
- अप्रूवल: 15-30 दिनों में लोन डिस्बर्स, सब्सिडी बाद में। जरूरी दस्तावेज: आधार/PAN, बैंक स्टेटमेंट, आय प्रमाण, पशु/जमीन प्रूफ।
FAQ: आपके सवाल, हमारे जवाब
डेयरी फार्म लोन में अधिकतम कितना लोन मिलता है?
10 लाख तक व्यक्तिगत, 50 लाख ग्रुप के लिए।
ब्याज दर क्या है?
7-15% वार्षिक, सब्सिडी से प्रभावी कम।
सब्सिडी कितनी मिलती है?
25% (SC/ST के लिए 33%), अधिकतम ₹1.20 लाख।
आवेदन कहां करें?
NABARD से जुड़े बैंकों में, dahd.gov.in चेक करें।
निष्कर्ष:
डेयरी फार्म बिजनेस लोन योजना 2025 ग्रामीणों के लिए स्वरोजगार का शानदार रास्ता है। NABARD DEDS से सब्सिडी और कम ब्याज लोन से आपका डेयरी व्यवसाय फल-फूल सकता है। लेकिन प्रोजेक्ट रिपोर्ट और दस्तावेज सही रखें। अगर आप पात्र हैं, तो आज ही नजदीकी बैंक जाएं या ऑनलाइन अप्लाई करें। ये योजना न सिर्फ कमाई बढ़ाएगी, बल्कि ग्रामीण विकास में योगदान देगी। अपना अनुभव कमेंट में शेयर करें और सरकारी योजनाओं के लेटेस्ट अपडेट्स के लिए सब्सक्राइब करें!