Khet Talab Yojana 2025: खेत में तालाब बनाने पर मिलेंगे ₹52,500 – जानिए योजना की पूरी जानकारी

Khet Talab Yojana 2025: उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए खेत तालाब योजना एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है। जलवायु परिवर्तन और अनिश्चित बारिश के इस दौर में, जहां सूखे और पानी की कमी ने किसानों की नींद उड़ा दी है, यह योजना एक गेम-चेंजर साबित हो रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत किसानों को उनके खेतों में तालाब निर्माण के लिए आर्थिक सहायता देने का फैसला किया है। इसका मकसद न केवल सिंचाई की समस्या को हल करना है, बल्कि जल संरक्षण को बढ़ावा देना और किसानों की आय को दोगुना करना भी है।

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इस पोस्ट में आप जानेंगे:

इस लेख में हम खेत तालाब योजना 2025 के हर पहलू को विस्तार से समझेंगे। योजना के लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और इससे जुड़े अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं को सरल और स्पष्ट भाषा में जानेंगे। अगर आप एक किसान हैं या इस योजना के बारे में उत्सुक हैं, तो यह लेख आपके लिए है। आइए, शुरू करते हैं!

Khet Talab Yojana 2025

खेत तालाब योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है, जिसे 2013 में शुरू किया गया था, लेकिन कुछ कारणों से इसे बीच में रोक दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके महत्व को समझते हुए इसे फिर से शुरू किया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनके खेतों में छोटे तालाब बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि बारिश के पानी को संग्रहित किया जा सके और सूखे के समय इसका उपयोग फसलों की सिंचाई के लिए हो सके।

यह योजना न केवल पानी की कमी की समस्या को हल करती है, बल्कि भूजल स्तर को बढ़ाने और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देती है। इसके अलावा, तालाबों में मछली पालन जैसे वैकल्पिक आय स्रोत भी किसानों के लिए उपलब्ध हो सकते हैं।

खेत तालाब योजना के लाभ

खेत तालाब योजना किसानों के लिए कई तरह से लाभकारी है। आइए, इसके प्रमुख फायदों पर नजर डालें:

1. जल संरक्षण और सिंचाई की सुविधा

  • तालाबों में बारिश का पानी एकत्रित होता है, जिसे सूखे के समय फसलों की सिंचाई के लिए उपयोग किया जा सकता है।
  • यह योजना भूजल पर निर्भरता को कम करती है, जिससे ट्यूबवेल जैसे महंगे संसाधनों की जरूरत कम होती है।

2. आर्थिक सहायता

  • तालाब निर्माण की कुल लागत का 50% (अधिकतम 52,500 रुपये) सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दिया जाता है।
  • यह राशि डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर (DBT) के जरिए दो किस्तों में किसान के खाते में भेजी जाती है।

3. मछली पालन से अतिरिक्त आय

  • तालाब बनने के बाद किसान इसमें मछली पालन कर सकते हैं, जो उनकी आय का एक अतिरिक्त स्रोत बन सकता है।

4. पंप सेट पर सब्सिडी

  • अगर किसान के खेत में सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्थापित है, तो पंप सेट खरीदने के लिए 50% (अधिकतम 15,000 रुपये) की सब्सिडी दी जाती है।

5. पर्यावरण संरक्षण

  • यह योजना जल संरक्षण को बढ़ावा देती है और भूजल स्तर को बनाए रखने में मदद करती है, जो पर्यावरण के लिए एक सकारात्मक कदम है।

खेत तालाब योजना की पात्रता

खेत तालाब योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को कुछ शर्तों को पूरा करना होगा। ये शर्तें निम्नलिखित हैं:

  1. निवास: आवेदक को उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  2. सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली: खेत में पिछले 7 वर्षों में उद्यान या कृषि विभाग से मंजूरी प्राप्त सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्थापित होनी चाहिए।
  3. दस्तावेज: आवेदन के समय त्रिपक्षीय अनुबंध की कॉपी, खेत की खतौनी, और खसरा जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे।
  4. प्राथमिकता: अनुसूचित जाति/जनजाति, अल्पसंख्यक, और लघु/सीमान्त किसानों को इस योजना में प्राथमिकता दी जाती है।

खेत तालाब योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया

खेत तालाब योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया को ऑनलाइन और पारदर्शी बनाया गया है। नीचे दी गई प्रक्रिया को फॉलो करें:

चरण 1: आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं

  • उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की वेबसाइट https://upagripardarshi.gov.in/Index-hi.aspx पर जाएं।
  • होमपेज पर “खेत तालाब योजना” के लिए लिंक ढूंढें।

चरण 2: पंजीकरण करें

  • ऑनलाइन पंजीकरण के लिए 1,000 रुपये की टोकन मनी जमा करनी होगी।
  • आवश्यक दस्तावेज जैसे खेत की खतौनी, खसरा, और घोषणा पत्र अपलोड करें।

चरण 3: आवेदन जमा करें

  • सभी जानकारी और दस्तावेज सही-सही भरने के बाद आवेदन सबमिट करें।
  • आवेदन की स्वीकृति की सूचना आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए मिलेगी।

चरण 4: समय सीमा का ध्यान रखें

  • दस्तावेज जमा करने की समय सीमा का पालन करें, वरना आवेदन रद्द हो सकता है।
  • योजना “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर काम करती है, इसलिए जल्दी आवेदन करें।

खेत तालाब योजना की विशेषताएं

1. तालाब का आकार और लागत

  • छोटे तालाब का आकार: 22x20x3 मीटर
  • निर्माण लागत: 1,05,000 रुपये
  • सरकार की सब्सिडी: 52,500 रुपये (50%)
  • प्लास्टिक लाइनिंग के लिए अतिरिक्त 75,000 रुपये की सहायता।

2. पारदर्शी प्रक्रिया

  • आवेदन और अनुदान की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी है।
  • डीबीटी के जरिए अनुदान सीधे किसान के खाते में जाता है।

3. मछली पालन का अवसर

  • तालाब बनने के बाद किसान मछली पालन शुरू कर सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।

4. भूजल स्तर में सुधार

  • यह योजना भूजल स्तर को बढ़ाने में मदद करती है, जो लंबे समय में खेती के लिए फायदेमंद है।

खेत तालाब योजना का प्रभाव

उत्तर प्रदेश सरकार ने 2017-18 से अब तक 37,403 खेत तालाबों का निर्माण किया है। इसके अलावा, 84,930 से अधिक खेत तालाब और 1,283 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा चुका है या निर्माणाधीन है। इन संरचनाओं से 1,67,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो रही है। खासकर बुंदेलखंड जैसे सूखा प्रभावित क्षेत्रों में यह योजना किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1. खेत तालाब योजना क्या है?

खेत तालाब योजना उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है, जो किसानों को उनके खेतों में तालाब निर्माण के लिए 50% सब्सिडी प्रदान करती है। इसका उद्देश्य जल संरक्षण और सिंचाई की सुविधा देना है।

2. इस योजना का लाभ कौन उठा सकता है?

उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासी किसान, जिनके खेत में सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्थापित है, इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। अनुसूचित जाति/जनजाति और लघु/सीमान्त किसानों को प्राथमिकता दी जाती है।

3. कितनी सब्सिडी मिलती है?

एक छोटे तालाब (22x20x3 मीटर) के निर्माण के लिए 1,05,000 रुपये की लागत में से 50% यानी 52,500 रुपये की सब्सिडी दी जाती है। पंप सेट के लिए 15,000 रुपये तक की अतिरिक्त सब्सिडी मिल सकती है।

4. आवेदन कैसे करें?

किसान उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की वेबसाइट https://upagripardarshi.gov.in/Index-hi.aspx पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 1,000 रुपये की टोकन मनी और आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।

5. क्या तालाब में मछली पालन किया जा सकता है?

हां, तालाब बनने के बाद किसान मछली पालन कर सकते हैं, जो उनकी आय का अतिरिक्त स्रोत बन सकता है।

निष्कर्ष

खेत तालाब योजना 2025 न केवल उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए जल संरक्षण का एक नया रास्ता खोल रही है, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। 50% सब्सिडी, पंप सेट पर अनुदान, और मछली पालन जैसे अवसरों के साथ यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

अगर आप उत्तर प्रदेश के किसान हैं, तो इस योजना का लाभ उठाने के लिए अभी आवेदन करें। समय पर आवेदन करने से आप “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर इस योजना का लाभ ले सकते हैं। अपने खेत में तालाब बनवाएं, पानी की कमी से छुटकारा पाएं, और अपनी आय को बढ़ाएं!

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