PM Vishwakarma Yojana Registration 2025: भारत की पारंपरिक कला और शिल्प को नई पहचान देने के लिए सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना लॉन्च की है। अगर आप बढ़ई, सुनार, दर्जी या कोई पारंपरिक कारीगर हैं, तो ये योजना आपके लिए है। 2025 में 29 लाख से ज्यादा कारीगरों ने रजिस्ट्रेशन किया है, और अब आपका नंबर है। फ्री ट्रेनिंग, टूलकिट इंसेंटिव और कम ब्याज पर लोन से आपका व्यवसाय नई ऊंचाइयों को छू सकता है। लेकिन पात्रता क्या है? कैसे अप्लाई करें? इस ब्लॉग में हम सरकारी आधिकारिक जानकारी के आधार पर सब कुछ बताएंगे। चलिए, शुरू करते हैं!
पीएम विश्वकर्मा योजना का अवलोकन
पीएम विश्वकर्मा योजना 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई। ये सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MoMSME) की केंद्रीय योजना है, जो 2023-24 से 2027-28 तक चलेगी। योजना का बजट ₹13,000 करोड़ है। इसका मकसद पारंपरिक कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना, कौशल विकास देना और बाजार से जोड़ना है। 18 ट्रेड्स कवर होते हैं, जैसे बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, दर्जी, मोची आदि। 2025 तक 2.71 करोड़ आवेदन आए, जिनमें से 29.44 लाख रजिस्टर्ड हो चुके हैं। योजना से कारीगरों को PM विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और ID कार्ड मिलता है, जो MSME रजिस्ट्रेशन में मदद करता है।
पात्रता मानदंड
कौन रजिस्ट्रेशन कर सकता है? शर्तें सरल हैं:
- भारत का नागरिक होना जरूरी।
- उम्र: 18 साल से ऊपर।
- 18 ट्रेड्स में से किसी एक में सक्रिय (पारंपरिक या फैमिली बेस्ड)।
- असंगठित क्षेत्र में स्वरोजगार (हाथों और औजारों से काम)।
- परिवार में कोई सरकारी नौकरी न हो।
- पिछले 5 साल में PMEGP, PM Swanidhi या मुद्रा योजना का लाभ न लिया हो।
- एक परिवार से सिर्फ एक सदस्य पात्र।
- SC/ST, OBC, महिलाओं, दिव्यांगों, ट्रांसजेंडर, NE राज्यों के निवासियों को प्राथमिकता।
राशन कार्ड धारक प्राथमिकता में, लेकिन अनिवार्य नहीं।
18 ट्रेड्स की लिस्ट
- बढ़ई (कार्पेंटर)
- नाव बनाने वाले (बोट मेकर)
- अस्त्र बनाने वाले (आर्मरर)
- लोहार (ब्लैकस्मिथ)
- हथौड़ा और टूलकिट मेकर
- ताला बनाने वाले (लॉकस्मिथ)
- सुनार (गोल्डस्मिथ)
- कुम्हार (पॉटर)
- मूर्तिकार/पत्थर तराशने वाले (स्कल्प्टर/स्टोन कार्वर)
- मोची (कॉबलर)
- राजमिस्त्री (मेसन)
- चटाई/झाड़ू/कोयर वीवर (बास्केट/मैट/ब्रूम मेकर)
- गुड़िया/खिलौना मेकर (डॉल एंड टॉय मेकर)
- नाई (बार्बर)
- माला बनाने वाले (गारलैंड मेकर)
- धोबी (वॉशरमैन)
- दर्जी (टेलर)
- मछली का जाल बनाने वाले (फिशिंग नेट मेकर)
योजना के लाभ
- मान्यता: PM विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और ID कार्ड (डिजिटल/फिजिकल)।
- कौशल ट्रेनिंग: बेसिक (5-7 दिन, 40 घंटे) और एडवांस (15+ दिन, 120 घंटे), रोज ₹500 स्टाइपेंड।
- टूलकिट इंसेंटिव: ₹15,000 ई-वाउचर आधुनिक उपकरणों के लिए।
- लोन: कोलेटरल-फ्री – पहला ट्रेंच ₹1 लाख (18 महीने, 5% ब्याज), दूसरा ₹2 लाख (30 महीने, 5% ब्याज)। कुल ₹3 लाख।
- डिजिटल इंसेंटिव: प्रति डिजिटल ट्रांजेक्शन ₹1 (मासिक 100 तक)।
- मार्केट सपोर्ट: क्वालिटी सर्टिफिकेशन, ब्रांडिंग, ई-कॉमर्स लिंकेज, ट्रेड फेयर।
- MSME रजिस्ट्रेशन: Udyam Assist पोर्टल पर फ्री।
ये लाभ कारीगरों की आय 20-30% बढ़ा सकते हैं।
आवेदन के बाद प्रक्रिया
- स्टेज 1: ग्राम पंचायत/ULB वेरिफिकेशन।
- स्टेज 2: डिस्ट्रिक्ट इम्प्लीमेंटेशन कमिटी।
- स्टेज 3: स्क्रीनिंग कमिटी।
- अप्रूवल पर ट्रेनिंग कॉल, सर्टिफिकेट और ID।
- ट्रेनिंग के बाद टूलकिट और लोन अप्लाई।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
रजिस्ट्रेशन फ्री है, CSC सेंटर या pmvishwakarma.gov.in से:
- pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
- ‘CSC – Register Artisans’ पर क्लिक।
- CSC यूजरनेम/पासवर्ड से लॉगिन।
- मोबाइल वेरिफिकेशन और आधार e-KYC पूरा करें।
- आर्टिसन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें (ट्रेड, डिटेल्स)।
- दस्तावेज अपलोड: आधार, बैंक पासबुक, राशन कार्ड, फोटो, ट्रेड प्रूफ (फोटो/वीडियो)।
- सबमिट करें, रेफरेंस नंबर नोट करें।
- अप्रूवल पर डिजिटल ID और सर्टिफिकेट डाउनलोड। Udyam Assist पर MSME रजिस्ट्रेशन भी करें।
जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड (e-KYC के लिए)।
- बैंक पासबुक/खाता विवरण।
- राशन कार्ड (या परिवार के आधार नंबर)।
- पासपोर्ट साइज फोटो।
- ट्रेड प्रूफ (फोटो/वीडियो/सर्टिफिकेट)।
- मोबाइल नंबर।
FAQ: आपके सवाल, हमारे जवाब
पीएम विश्वकर्मा योजना में कौन पात्र है?
18 ट्रेड्स के कारीगर, 18+ उम्र, असंगठित क्षेत्र में स्वरोजगार।
ट्रेनिंग में स्टाइपेंड कितना?
रोज ₹500, बेसिक/एडवांस ट्रेनिंग के लिए।
लोन कितना मिलता है?
₹3 लाख तक (₹1 लाख + ₹2 लाख), 5% ब्याज पर।
स्टेटस कैसे चेक करें?
पोर्टल पर रेफरेंस नंबर से, या हेल्पलाइन 1800-267-7777 पर।
निष्कर्ष:
पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 पारंपरिक कारीगरों के लिए एक नया अवसर है। फ्री ट्रेनिंग, ₹15,000 टूलकिट और ₹3 लाख लोन से आपका व्यवसाय फल-फूल सकता है। 29 लाख से ज्यादा लाभान्वित हो चुके हैं, अब आपकी बारी। pmvishwakarma.gov.in पर आज ही रजिस्टर करें और CSC से मदद लें। ये योजना न सिर्फ आर्थिक मदद देगी, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करेगी। अपना अनुभव कमेंट में शेयर करें और सरकारी योजनाओं के लेटेस्ट अपडेट्स के लिए सब्सक्राइब करें!