Primary Teacher Eligibility 2025: भारत की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। 1 सितंबर 2025 को आए फैसले के अनुसार, प्राइमरी टीचर्स (कक्षा 1 से 5) बनने के लिए टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) पास करना अब पूरी तरह अनिवार्य हो गया है। यह फैसला RTE एक्ट 2009 के तहत लिया गया है, जो बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार देता है। अगर आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं या पहले से नौकरी में हैं, तो यह बदलाव आपकी तैयारी बदल देगा। आइए, समझते हैं इस फैसले की गहराई और इससे जुड़े नए नियम।
TET क्या है और क्यों है यह महत्वपूर्ण?
TET यानी टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट, एक राष्ट्रीय या राज्य स्तर का परीक्षा है जो उम्मीदवारों की शिक्षण योग्यता जांचती है। यह परीक्षा NCTE (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन) द्वारा आयोजित की जाती है। इसमें बाल मनोविज्ञान, शिक्षा शास्त्र, भाषा, गणित और पर्यावरण अध्ययन जैसे विषय शामिल होते हैं।
CTET केंद्रीय स्तर पर केंद्रीय विद्यालयों के लिए है, जबकि STET राज्य स्तर पर राज्य स्कूलों के लिए। यह टेस्ट सुनिश्चित करता है कि शिक्षक बच्चों को सही तरीके से पढ़ा सकें। सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है कि बिना TET के कोई नई भर्ती या प्रमोशन नहीं होगा।
TET के मुख्य विषय
- बाल विकास और शिक्षा शास्त्र।
- भाषा (हिंदी/अंग्रेजी)।
- गणित और पर्यावरण अध्ययन।
- सामाजिक अध्ययन (ऊपरी प्राइमरी के लिए)।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला: क्यों और कैसे लागू होगा?
सुप्रीम कोर्ट की बेंच (जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस मनमोहन) ने महाराष्ट्र और तमिलनाडु के मामलों में सुनवाई के दौरान यह फैसला दिया। कोर्ट ने कहा कि RTE एक्ट के सेक्शन 23 के तहत TET न्यूनतम योग्यता है। पहले कुछ राज्यों में B.Ed या D.El.Ed के आधार पर भर्ती होती थी, लेकिन अब TET बिना किसी छूट के जरूरी है।
यह फैसला गैर-अल्पसंख्यक स्कूलों (सरकारी और प्राइवेट) पर लागू होगा। अल्पसंख्यक संस्थानों को फिलहाल छूट, लेकिन बड़ी बेंच फैसला लेगी। इसका उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना है, ताकि बच्चे बेहतर सीख सकें।
नए नियमों की मुख्य बातें
- नई भर्ती: TET पास बिना कोई आवेदन स्वीकार नहीं।
- प्रमोशन: इन-सर्विस टीचर्स को TET क्लियर करना जरूरी।
- पुराने टीचर्स: RTE से पहले नियुक्त (2009 से पहले) और 5 साल से ज्यादा सेवा बाकी वालों को 2 साल में TET पास करना होगा, वरना रिटायरमेंट।
- 5 साल से कम सेवा: TET की जरूरत नहीं, लेकिन प्रमोशन के लिए जरूरी।
इन-सर्विस टीचर्स पर क्या असर पड़ेगा?
लाखों टीचर्स जो 2010 से पहले नियुक्त हुए, अब चिंतित हैं। अगर आपकी सेवा 5 साल से ज्यादा बाकी है, तो 2 साल में TET पास करें। असफल होने पर नौकरी जा सकती है, लेकिन टर्मिनल बेनिफिट्स (ग्रेच्युटी, पेंशन) मिलेंगे। 5 साल से कम बाकी वालों को राहत, लेकिन प्रमोशन ब्लॉक।
राज्यों में भर्ती प्रक्रिया रुक सकती है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में 2017 से प्रमोशन फंसे थे, अब TET क्लियर करने पर ही आगे बढ़ेंगे। यूनियंस ने विरोध जताया है, लेकिन कोर्ट ने साफ कहा – शिक्षा की गुणवत्ता पहले।
अपवाद और छूट
- अल्पसंख्यक स्कूल: RTE लागू न होने तक TET जरूरी नहीं।
- रिटायरमेंट नजदीक: 5 साल से कम सेवा वालों को छूट।
- ट्रेनिंग: अनट्रेंड टीचर्स को 2019 तक का समय था, अब TET पर फोकस।
उम्मीदवारों को क्या करना चाहिए: तैयारी गाइड
अगर आप प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं, तो तुरंत TET की तैयारी शुरू करें। CTET जुलाई/दिसंबर में होता है, STET राज्यवार। सिलेबस NCTE वेबसाइट से डाउनलोड करें।
टिप्स:
- पिछले पेपर सॉल्व करें।
- कोचिंग या ऑनलाइन कोर्स जॉइन करें।
- मॉक टेस्ट दें – 150 प्रश्न, 150 मार्क्स, 2.5 घंटे।
- न्यूनतम 60% अंक चाहिए (आरक्षित वर्गों को छूट)।
D.El.Ed या B.Ed के साथ TET जोड़ें। नोटिफिकेशन चेक करें – जैसे बिहार STET सितंबर 2025 से।
आवेदन प्रक्रिया
- आधिकारिक साइट (ctet.nic.in या राज्य TET पोर्टल) पर रजिस्टर।
- फॉर्म भरें, फीस जमा (₹1000 सामान्य)।
- एडमिट कार्ड डाउनलोड, परीक्षा दें।
- रिजल्ट चेक, सर्टिफिकेट डाउनलोड (7 साल वैलिड)।
शिक्षा व्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव
यह फैसला छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करेगा। योग्य टीचर्स से पढ़ाई बेहतर होगी, ड्रॉपआउट रेट कम। अभिभावक इसे स्वागतयोग्य मान रहे हैं, जबकि टीचर्स यूनियंस सरकार से रिव्यू पिटीशन की मांग कर रही हैं। लंबे समय में, यह RTE के लक्ष्यों को पूरा करेगा।
सावधानियां: फर्जी खबरों से बचें
आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी लें। NCTE या राज्य शिक्षा विभाग की वेबसाइट चेक करें। फर्जी कोचिंग से दूर रहें।
FAQ: आम सवालों के जवाब
प्रश्न: TET कब पास करना जरूरी है? उत्तर: नई भर्ती और प्रमोशन के लिए तुरंत; इन-सर्विस को 2 साल में।
प्रश्न: अल्पसंख्यक स्कूलों पर लागू? उत्तर: फिलहाल नहीं, बड़ी बेंच फैसला लेगी।
प्रश्न: 5 साल से कम सेवा वालों को क्या? उत्तर: TET की जरूरत नहीं, लेकिन प्रमोशन के लिए हां।
प्रश्न: TET सिलेबस कहां मिलेगा? उत्तर: ctet.nic.in या राज्य TET साइट पर।
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर है। TET से शिक्षकों की योग्यता बढ़ेगी और बच्चे बेहतर शिक्षा पाएंगे। अगर आप प्रभावित हैं, तो तैयारी शुरू करें या विभाग से संपर्क करें। अधिक अपडेट्स के लिए आधिकारिक साइट्स फॉलो करें। आपका क्या विचार है – क्या यह फैसला सही है? कमेंट में बताएं!